देसी गाय के घी के फायदे
गाय को माता का दर्जा यूही नहीं दिया जाता गौमाता के सभी उत्पाद किसी न किसी बीमारी का सम्पूर्ण इलाज है उसी में से आज हम बात करेंगे देशी गाय के घी के फायदे के बारे में -
- हाथ पैरों में जलन होने पर तलवों पर गाय के घी की मालिश करने से जलन समाप्त हो जाती है। बच्चों को गाय के घी से छाती और पीठ पर मालिश करने से कफ की शिकायत समाप्त हो जाती है।
- रात को सोने से पहले चेहरे पर गाय का घी लगाने से त्वचा पर दरारें, कट या घाव और फटी त्वचा ठीक होने में मदद मिलती है।
- गाय के घी को त्वचा पर लगाने से रंगत निखरती है। यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में भी मदद करता है। यह दाग-धब्बों, टैनिंग, पिगमेंटेशन और त्वचा के कालेपन के लिए बहुत प्रभावी उपाय है।
- गाय का घी नाक में डालने से एलर्जी और लकवा भी ठीक होता है और याददाश्त तेज होती है।
- गाय के घी की कुछ बूंदें दिन में दो बार नाक में डालने से त्रिदोष (वात, पित्त और कफ) संतुलित हो जाते हैं।
- देसी घी शरीर में जमा फैट को घोलकर विटामिन में बदलने का काम करता है। इसमें कम मात्रा में चेन फैटी एसिड होता है, जिससे आपका खाना जल्दी पच जाता है और मेटाबॉलिज्म सही रहता है।
- गाय का घी आंखों की रोशनी के लिए चमत्कारी है। इसके नियमित सेवन से कम दिखना, धुंधला दिखाई देना, आंखों के आगे अंधेरा छाना, सिरदर्द, आंखों की कमजोरी और आंखों के सभी विकार दूर हो जाते हैं।
- शोध के अनुसार यह खून और आंतों में मौजूद कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। यह शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सही रखता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करता है।
- यह न सिर्फ कैंसर को पैदा होने से रोकता है बल्कि आश्चर्यजनक तरीके से इस बीमारी को फैलने से भी रोकता है। इसके सेवन से ब्रेस्ट और बॉवेल कैंसर से बचा जा सकता है।
- जिस व्यक्ति को हृदयाघात की समस्या हो वह गाय के घी का सेवन कम मात्रा में करे तो हृदय को बल मिलता है।
- नेचुरल मॉइश्चराइजर के तौर पर यह रूखी त्वचा की समस्या से छुटकारा दिलाता है और त्वचा को मुलायम बनाता है।
- त्वचा को कसने में मदद करता है, जो झुर्रियों, महीन रेखाओं और छिद्रों को सिकोड़ता है और आपको जवां बनाता है।
- देसी गाय के घी की दो-दो बूंद सुबह-शाम नाक में डालने से माइग्रेन के दर्द से राहत मिलती है। नियमित रूप से गाय के घी का सेवन करने से एसिडिटी और कब्ज की शिकायत कम हो जाती है।
- गाय के घी का सेवन करने से शरीर भी हष्ट पुष्ट रहता है और शरीर का स्टेमिना भी बना रहता है।