वर्तमान स्तिथि के अनुसार गायों की हालत हमारे देश में बहुत बुरी हो चुकी है अगर बात करें गायों की तो जब तक गौमाता दूध देती है तो लोग उसे अपने घर में रखते हैं दूध न देने पर गौमाता को घर से बहार निकल देते हैं। अगर पशुधन की गड़ना के आंकड़ों के अनुसार भारत में 47% गौमाता आवारा गायों की तरह सड़क पर घूम रही है जो की शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रो के लिए एक अहम् मुद्दा बन चुका है।
गाय को माता का दर्जा यूही नहीं दिया जाता गौमाता के सभी उत्पाद किसी न किसी बीमारी का सम्पूर्ण इलाज है उसी में से आज हम बात करेंगे देशी गाय के घी के फायदे के बारे में -
देवी चित्रलेखाजी ने श्रीमद भागवत कथा के दौरान सभी कथा प्रेमियों को बताया - “गावो विश्वस्य मातर:” गाय विश्व की माता है। गाय सर्वत्र पूजनीय है। हर मनुष्य को गाय की रक्षा तथा सेवा करनी चाहिए। देवी चित्रलेखा जी ने बताया जब गाय अपने बच्चे को जन्म देती है तो वह सबसे पहले माँ ही बोलता है
देवी चित्रलेखा जी ने 2013 में गौसेवा धाम हॉस्पिटल कि शुरुआत की थी। यह हॉस्पिटल हरियाणा के पलवल जिले के होडल में (ब्रज वृन्दावन के समीप ) स्थित है। गौ सेवा धाम हॉस्पिटल गौमाता और सभी जीव जंतुओं का निशुल्क उपचार करता आ रहा है